धरने पर बैठे लोगों व प्रशासन के बीच हुई नोंकझोंक
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रामनगर।संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले रामनगर तहसील पर किसानों एवं जन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धरना देकर तहसीलदार कुलदीप पांडे के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। इस दौरान प्रशासन द्वारा अनुमति का हवाला देकर धरना हटाने की धमकी देने पर प्रशासन व धरने पर बैठे लोगों के बीच नोंक झोंक भी हुई।तहसील परिसर में हुई सभा को संबोधित करते हुए किसान संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि आज पूरे देश में अंग्रेजों भारत छोड़ो की तर्ज पर 9 अगस्त को कॉर्पोरेट भारत छोड़ो और भारत सरकार डब्ल्यूटीओ से बाहर आओ की मांग को लेकर लोग धरना दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि अतिक्रमण विरोधी अभियान के नाम पर लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं।जंगली जानवर रोज खेती किसानी का नुकसान कर रहे हैं और आम इंसानों को मार रहे हैं लेकिन सरकार जनता की आवाज सुनने के लिए तैयार नहीं है।सभा में वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार को तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने की जगह है जनता की आवाज सुननी चाहिए और पड़ौसी देश बांग्लादेश के घटनाक्रम से सबक लेना चाहिए। जनता के आक्रोश के कारण वहां की प्रधानमंत्री को देश छोड़कर भागना पड़ा है।इससे पहले श्रीलंका में भी वहां का राष्ट्रपति जनता के आक्रोश के कारण देश से भगाने के लिए विवश हो चुका है।सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी दिए जाने, 4 श्रम संहिताओं को रद्द किए जाने न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपए मासिक किए जाने, अतिक्रमण हटाओ अभियान पर रोक लगाने, वनाधिकार कानून लागू किए जाने, किसानों के कर्ज माफी आदि मांगें प्रमुखता के साथ रखी गई हैं।इस दौरान धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में किसान संघर्ष समिति के सोवन तड़ियाल, राजेंद्र ललित मोहन पांडे, गोविंद अधिकारी, तोताराम, रमेश जोशी, इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रुहेला, सूरज सिंह, आइसा के सुमित, महिला एकता मंच की सरस्वती, कौशल्या, तुलसी, उपपा नेता प्रभात ध्यानी, सुनील, मौ आसिफ, समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार गिरीश आर्य बीडी नैनवाल, अंकित , दीपक बुधानी आदि मौजूद रहें।
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