मलेशियन डेलीगेट्स रामनगर पहुंचा, टाइगर कंजर्वेशन में वन्यजीव संरक्षण की बारीकियां की वॉच
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रामनगर।मलेशिया की 16 लोगों की टीम डब्लूडब्लूएफ यानी वर्ल्ड वाइड लाइफ फंड के सदस्यों के साथ रामनगर वन प्रभाग पहुंची। रामनगर वन प्रभाग बीते कई सालों से कैट्स यानी कंजर्वेशन एश्योर्ड टाइगर स्टैंडर्ड अव्वल रहा है। मलेशियन डेलिगेट्स यह देखने आया है कि किस तरह से यहां टाइगर कंजर्वेशन के लिए कार्य किया जाता है? किस तरह यहां का वास स्थल है और किस तरह का रामनगर वन प्रभाग बाघों के संरक्षण के लिए काम कर रहा है? जिससे वो कैट्स में अव्वल स्थान प्राप्त कर रहा है।
मलेशियन डेलिगेट्स का मकसद है कि इन सब चीजों को जानना है, जिसे वो अपने देश में इंप्लीमेंट कर सकें। ताकि वो अपने देश में जाकर यह मानक अपनाएं और अपने यहां के फॉरेस्ट डिवीजन को कैट्स में स्थान दिला सके।मलेशिया के फॉरेस्ट अधिकारी और प्रोफेसरों का डेलिगेट्स वर्ल्ड वाइड लाइफ फंड (डब्लूडब्लूएफ) की टीम के साथ यहां पहुंचा है। बता दें कि टाइगर जंगल का ऐसा प्राणी है। जिसकी अपनी टेरिटरी है।जिसको सरवाइव करने के लिए काफी ज्यादा जगह चाहिए होती है. लिहाजा, यह डेलीगेट्स फॉरेस्ट में टाइगर की फूड चेन, उसके वास स्थल, वाटर होल्स और ग्रासलैंड आदि का भ्रमण किया।कॉर्बेट पार्क के डिप्टी डायरेक्टर ने बताया कि मलेशिया से तीन दिवसीय एक टीम कॉर्बेट व रामनगर वन प्रभाग के दौरे पर आयीं थीं, वह वापस लौट गए हैं।उन्होंने बताया कि टीम ने वन्यजीवों के संरक्षण के बारे में वाच किया।
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