मुकेश जोशी की पत्नी गीतिका जोशी (44) की लंबी बीमारी के बाद ऋषिकेश एम्स में 25 जनवरी को मौत हो गई। मुकेश पर्यटन का कार्य करते हैं वहीं गीतिका गृहिणी थी। मृत्यु के बाद डॉक्टरों ने उनकी आंखों का कार्निया बिल्कुल ठीक पाया। एम्स के चिकित्सकों ने पति मुकेश जोशी से आग्रह किया, कि वग अपनी पत्नी की आंखें दान कर दें, जिससे रोशनी का इंतजार कर रहे दो बच्चों के जीवन का अंधरे दूर हो जाएगा और उन्हें दुनिया देखने के लिए रोशनी मिल सकेगी। मुकेश जोशी ने अपने मित्रं एवं परिजनों से सलाह के बाद गीतिका जोशी की आंखें दान दीं।15-20 मिनट की प्रक्रिया के बाद एम्स के चिकित्सकों ने गीतिका जोशी की आंखें दो अन्य व्यक्तियों को लगाकर उनकी जिंदगी को रोशन कर दी।आंखें दान करने के निर्णय के लिए समाजवादी लोक मंच के संयोजक मुनीष कुमार, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के महासचिव प्रभात ध्यानी ने मुकेश जोशी का आभार व्यक्त किया।वहीं ऋषिकेश एम्स के चिकित्सा निदेशक ने आभार व्यक्त किया है।गीतिका जोशी का अंतिम संस्कार हरिद्वार के खड़-खड़ी घाट पर किया गया।