साहित्यकारों को प्रेरणा देता है मुंशी प्रेमचंद का साहित्य
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रामनगर।एक सप्ताह तक चलने वाली कथा सम्राट मुशी प्रेमचंद के जयंती समारोह की शुरुआत सोमवार को पीएनजी पीजी महाविद्यालय रामनगर से हुई। रचनात्मक शिक्षक मंडल की पहल पर हो रहे इस कार्यक्रम में हिन्दी विभाग की डॉ. दुर्गा तिवारी ने प्रेमचंद के साहित्य पर आधारित वक्तव्य रखा।कालेज के चीफ प्रॉक्टर डॉ. गिरीश पंत ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद का साहित्य आज भी नव लेखन कर रहे साहित्यकारों को प्रेरणा देता है। ललित बिष्ट के निर्देशन में उम्मीद नाट्य टीम ने प्रेमचंज की कहानी बड़े भाईसाहब का मंचन किया। इसमें अंजलि रावत ने सूत्रधार, सुमित कुमार ने बड़े भाईसाहब, अक्षित ने छोटे भाई, निशा आर्या, जतिन राजपूत, कोमल, महक ने छोटे भाई के दोस्त की भूमिका अदा की। प्रभारी प्राचार्य डॉ.सुमन कुमार की अध्यक्षता व डॉ. डीएन जोशी के संचालन में हुए कार्यक्रम में डॉ.एसएस मौर्या, डॉ.लवकुश चौधरी, डॉ.अनुराग श्रीवास्तव, डॉ.मूलचन्द्र शुक्ल, डॉ.अभिलाषा कन्नौजिया, गिरीश नौटियाल गोपी, डॉ.कृष्णा भारती, डॉ.इला जोशी, डॉ.दुर्गा तिवारी, डॉ.अजय कुमार, डॉ.भूपेश पंत, योग प्रशिक्षक मुरलीधर कापड़ी आदि मौजूद रहे। शिक्षक नवेंदु मठपाल ने बताया कि यह कार्यक्रम 25 से 31 जुलाई तक चलेगा।
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