फलपट्टी में भूमाफिया व वृक्ष माफिया चल रहे आरियां,एक गिरफ्तार, प्रशासन कर रहा कर्तव्यों को इतिश्री
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रामनगर,रागिब खान। नगर व ग्रामीण क्षेत्रो मे पिछले लम्बे समय से बगीचो मे अवैध रूप से हो रहे फलदार वृक्षो के कटान के खिलाफ अब कोतवाली पुलिस ने मोर्चा संभालते हुये बीती रात एक बगीचे मे लीची के पेड़ काटते हुये एक तस्कर को रंगे हाथो दबोचकर फलदार वृक्षों के 28 गिल्टे व वृक्ष काटने वाले उपकरण एक कार को भी कब्जे मे लिया। पुलिस की कार्यवाही से भूमि माफियाओ व लकड़ी माफियाओ मे हड़कंप मचा हुआ है।
कोतवाली के कोतवाल अरुण कुमार सैनी को सोमवार की रात मुखवीर ने सूचना दी कि ग्राम चिल्किया तिराहे स्थित विजय जिंदल नामक व्यक्ति के बगीचे मे कुछ लोग लीची के हरे पेड़ काट रहे है। सूचना पर एसआई मनोज अधिकारी,कांस्टेबल तालिब हुसैन, कांस्टेबल ललित अगारी, आसिफ़ खान वहा पहुॅचे ओर उन्होने मौके से पेड़ काटते हुये रंगे हाथो एक युवक को दबोच लिया। पकड़े गये आरोपी ने अपना नाम अनुज कश्यप पुत्र राजकुमार कश्यप निवासी ग्राम जस्सागंज बताया। पुलिस ने मौके से इंडिगो कार संख्या यूके06यू/8275 व 28 लीची के कटे हुये पेड़ के गिल्टे एवं फलदार वृक्ष काटने के उपकरण बरामद किया। पुलिस ने आरोपी का वृक्ष संरक्षण अधिनियम 1976 की धारा 4/10 के तहत चालान कर उसे कोेर्ट मे पेश किया तथा कार को एमबी एक्ट की धारा 207 के तहत सीज करने की कार्यवाही की।
कागजों तक सिमट रहा फल पट्टी व पर्यावरण जागरूकता
रामनगर। जिला प्रशासन और वन विभाग की ओर से फल पट्टी व पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए जागरूकता अभियान या अन्य कार्यक्रम चलाए जाते हैं। लेकिन, अधिकांश कार्यक्रम केवल कागजों तक ही सिमट कर रह जाते हैं। जागरूकता जमीन पर नहीं उतर पाती। यही कारण है कि पेड़ों का कटान रोकना तो दूर पौधरोपण भी खास मौकों पर किया जाता है,माफिया धरती मां की हरियाली कोख को खोखला कर रहे हैं। जिसका सीधा असर वातावरण पर पड़ रहा है।स्थानीय प्रशासन कर्तव्यों को इतिश्री करने में लगा है।
राज्य सरकार द्वारा घोषित फल पट्टी में भूमाफिया व वृक्ष माफिया चल रहे आरियां
रामनगर।राज्य सरकार द्वारा संरक्षित घोषित किए गए फल पट्टी क्षेत्र के भूमाफिया द्वारा हरे पेड़ों पर जमकर आरियां चलाई जा रही हैं और जिम्मेदार महकमा सोया हुआ हैं। क्षेत्र मे बीते लम्बे समय से फलदार वृक्षो के हो रहे अवैध कटान मे उद्यान विभाग की मिलीभगत की भी आशंका सामने नजर आ रही है। क्योंकि बागानों के अवैध कटान के मामले रूक नहीं रहे हैं। जबकि रामनगर में हरेक इलाके में वन विभाग, उद्यान विभाग और राजस्व विभाग कोे पेड़ों के अवैध कटान पर तुरंत पहंुचकर फौरन रिपोर्ट दर्ज करने और अपराधी को गिरफतार करने के निर्देश दिए गए थे। गौरतलब है कि वर्ष 2002 में रामनगर शहर के इर्दगिर्द 135 गांवों में फलों के बागानों को बचाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने इसे फल-पटटी क्षेत्र बनाने का शासनादेश जारी किया था। जिसके तहत यहां फलदार पेड़ों का कटान प्रतिबंधित होने के साथ साथ उद्योग या कालोनियां बसाने की मनाही है। मगर बीते सालों में प्रशासन की लापरवाही और मिलीभगत से भूमाफियाओं ने सैकड़ों की तादात में हरे फलदार पेड़ों का कटान करके अवैध कालोनियां बसा डाली हैं। ऐसे में फल पटटी के वजूद पर सवालिया निशान लग गया है।
फलदार वृक्ष काटने को लेकर नहीं ली जा रही अनुमति
नियमानुसार किसी भी व्यक्ति को वृक्ष काटने से पहले वन विभाग,राजस्व विभाग व फल उद्यान के अधिकारियों की अनुमति आवश्यक है। ऐसा इसलिए भी है कि कोई भी व्यक्ति पर्यावरण को खतरा ना पहुंचाएं और हरे वृक्षों की कटाई ना करें। लेकिन रामनगर क्षेत्र में यह सारा निर्देश मात्र कागजों पर ही सिमटा दिखाई देता है।
आखिर किसी की शह पर काटे हरे-भरे फलदार पेड़
रामनगर।फलदार लीची के पेडों को काटने की घटना रामनगर के चिल्किया क्षेत्र के तिराहे की हैं, इस क्षेत्र के पटवारी रणवीर चौहान हैं, जो इन दिनों अवकाश पर चल रहे हैं,वर्तमान में उक्त क्षेत्र के कार्यभार पटवारी तारा चन्द्र घिल्डियाल के पास हैं।मामले में नायब तहसीलदार दयाल मिश्रा ने कहा,उक्त क्षेत्र में फलदार वृक्षों के काटने की सूचना के बाद श्री घिल्डियाल ने मौका मुआयना किया हैं, अभी श्री घिल्डियाल द्वारा रिपोर्ट प्रेषित नही की गई हैं।
बताया जा रहा हैं कुछ दिन पूर्व भी इस बगीचे में 17 लीची पेडों पर इस वृक्ष माफिया द्वारा आरियां चलाई गई थी।मामले में वन विभाग ने जुर्माना वसूलने की कार्यवाही भी की गई थी।आखिर किसी की शह पर पुनः इस व्यक्ति ने लगभग 12 लीची के पेड़ों पर आरियां चलाई। यह प्रश्न विषय के गर्भ में छिपा है।
रामनगर।फलदार लीची के पेडों को काटने की घटना रामनगर के चिल्किया क्षेत्र के तिराहे की हैं, इस क्षेत्र के पटवारी रणवीर चौहान हैं, जो इन दिनों अवकाश पर चल रहे हैं,वर्तमान में उक्त क्षेत्र के कार्यभार पटवारी तारा चन्द्र घिल्डियाल के पास हैं।मामले में नायब तहसीलदार दयाल मिश्रा ने कहा,उक्त क्षेत्र में फलदार वृक्षों के काटने की सूचना के बाद श्री घिल्डियाल ने मौका मुआयना किया हैं, अभी श्री घिल्डियाल द्वारा रिपोर्ट प्रेषित नही की गई हैं।
बताया जा रहा हैं कुछ दिन पूर्व भी इस बगीचे में 17 लीची पेडों पर इस वृक्ष माफिया द्वारा आरियां चलाई गई थी।मामले में वन विभाग ने जुर्माना वसूलने की कार्यवाही भी की गई थी।आखिर किसी की शह पर पुनः इस व्यक्ति ने लगभग 12 लीची के पेड़ों पर आरियां चलाई। यह प्रश्न विषय के गर्भ में छिपा है।
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