कॉर्बेट के पक्षियों के बारे में दी जानकारी
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रामनगर,राशिद खान(एडवोकेट)। रचनात्मक शिक्षक मण्डल द्वारा सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े बच्चों के लिए संचालित सावित्री बाई फुले व ज्योतिबा फुले सांयकालीन स्कूल, पुछड़ी के 40 से अधिक बच्चों ने रविवार को कार्बेट पार्क क्षेत्र के ढेला रेंज में जंगल भृमण कर कारबेट पार्क के जीवों , पक्षियों के बारे में जाना और उनको देखा भी।वरिष्ठ पक्षीविद राजेश भट्ट व राजिद हुसैन ने बच्चों को बताया कि कार्बेट क्षेत्र में पक्षियों की लगभग 600 प्रजातियां पायी जाती हैं, जिसमें 350 के आसपास स्थानीय हैं। जबकि 250 पक्षी प्रवासी पक्षी हैं, जो विशेष रूप से जाड़ों के मौसम में हजारों किलोमीटर की यात्रा कर यहां पहुंचते हैं और गर्मी की शुरुआत होते ही अपने गृह क्षेत्रों को चले जाते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रवासी पक्षियों में साइबेरियन पक्षी, एशियन पैराडाइज, स्केरलेट मिनिवेट्ट, स्विफ्ट हैं। इसमें स्विफ्ट मिस्र से आती है जिसको लक बर्ड स्थानीय भाषा में गोंताईं कहते हैं।
यह स्थानीय परिवेश के इतने अनुकूल हो चुकी है कि यह अब स्थायी रूप से यहीं रहने लगी है। उनके द्वारा स्थानीय स्थायी पक्षियों की विशेषताओं के अलावा उनकी आवाज निकल कर बच्चों को सिखाई गयी। बच्चों को जंगल भ्रमण के दौरान विभिन्न पक्षी भी दिखाए गए।बच्चों ने ढेला में स्थित बटरफ्लाई गार्डन को भी घुमा व तितलियों और पादपों की भी जानकारी ली।
ढेला के रेंजर संदीप गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्बेट क्षेत्र की पारिस्थितिकीय में सुधार होने के चलते समाप्त माने जा चुके गिद्ध फिर से दिखाई देने लगे हैं। वर्तमान में ढेला रेंज में ही डेढ़ सौ से अधिक गिद्ध हो गए हैं। इस दौरान कार्यक्रम मैं संयोजक नवेन्दु मठपाल,डिप्टी रेंजर नन्दन सिंह अधिकारी,असलम खान,गोरी राम,गिरीश राम,अंजलि रावत,सुमित कुमार, आरजू,अर्शी,कशिश आदि मौजूद रहे।
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